राजस्थान में स्वतंत्रता के लिए राजनीतिक आंदोलनों और संघर्षों का एक समृद्ध इतिहास रहा है। यह MCQ पेज महत्वपूर्ण घटनाओं और व्यक्तित्वों पर केंद्रित है जिन्होंने राजस्थान की राजनीतिक चेतना और स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राजस्थान में सरकारी नौकरी की परीक्षा की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को इस संसाधन से बहुत फायदा हो सकता है।
एमसीक्यू में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में राजस्थान की भूमिका, प्रमुख नेताओं और आंदोलनों, महत्वपूर्ण घटनाओं और राजस्थान के समाज और संस्कृति पर राजनीतिक विचारधाराओं के प्रभाव जैसे विषयों को शामिल किया गया है। इन सवालों के जवाब देकर, उम्मीदवार राजस्थान के राजनीतिक इतिहास के बारे में अपने ज्ञान को बढ़ा सकते हैं और विभिन्न सरकारी नौकरी परीक्षाओं में सफलता की संभावनाओं को बढ़ा सकते हैं।
इसलिए, यदि आप अपने राजस्थान जीके में सुधार करना चाहते हैं, तो राजस्थान की राजनीतिक चेतना और स्वतंत्रता संग्राम पर इस एमसीक्यू पेज को देखें।
राजस्थान – राजनीतिक चेतना एवं स्वतंत्रता के लिए संघर्ष एमसीक्यू (Free MCQs) – RPSC Previous Year Questions
Question:
महाराणा प्रताप का राज्यारोहण
(राज्याभिषेक) हुआ था-
A
B
C
D
Question:
कोटा में 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में विप्लवकारियों के नेता थे-
जोधपुर लीजन के सैनिकों ने किस छावनी में क्रांति का उद्घोष किया था?
A
B
C
D
Question:
1857 में हुए विप्लव के समय राजस्थान में एजेन्ट टू गवर्नर जनरल के पद पर कार्यरत थे-
A
B
C
D
Question:
कुआडा’ (भीलवाड़ा) स्थान पर तांत्या टोपे की सेना का मुकाबला किस अँग्रेज अफसर की सेना से हुआ था?
A
B
C
D
Question:
बिथौड़ा के युद्ध में खुशालसिंह के नेतृत्व में क्रांतिकारियों की सेना ने किस अँग्रेज अफसर की सेना को हराया था?
A
B
C
D
Question:
हाड़ा राजपूतों की प्रथम राजधानी कौन सी थी?
A
B
C
D
Question:
निम्न को सुमेलित कीजिए – समाचार पत्र सम्पादक
(अ) प्रताप 1. श्री गणेश शंकर विद्यार्थी
(ब) राजस्थान 2. श्री रामनारायण समाचार चौधरी
(स) राजस्थान 3. मुंशी समर्थदान केसरी
(द) नवीन/तरुण 4. श्री विजयसिंह राजस्थान पथिक
A
B
C
D
Question:
वांगड़ के गाँधी’ कहा जाता है-
A
B
C
D
Question:
कोटा को अँग्रेजी सेना ने क्रांतिकारियों से कब मुक्त कराया?
A
B
C
D
Question:
‘दूसरा जवाहरलाल नेहरू’ कहते थे-
A
B
C
D
Question:
स्वाधीन भारत का नया संविधान निर्मित करने के लिए बनाई गई संविधान सभा में मनोनीत किए गए मत्स्य प्रदेश के दो प्रतिनिधियों में से एक अलवर के श्री रामचन्द्र उपाध्याय थे तथा दूसरे थे-