तमिलनाडु वन्यजीव अभयारण्य: तमिलनाडु का 18वां वन्यजीव अभयारण्य इरोड में खुला है
तमिलनाडु सरकार ने हाल ही में इरोड जिले के वेलोड पक्षी अभयारण्य में राज्य में 18वां वन्यजीव अभयारण्य खोला है। अभयारण्य 77 हेक्टेयर के क्षेत्र में फैला हुआ है और विभिन्न प्रकार की पक्षी प्रजातियों का घर है। अभयारण्य के विकास के लिए राज्य सरकार ने 15 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
वेलोड पक्षी अभयारण्य की स्थापना 1996 में क्षेत्र में पाई जाने वाली पक्षी प्रजातियों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए की गई थी। अभयारण्य विभिन्न प्रकार की प्रवासी और निवासी पक्षी प्रजातियों का घर है, जिनमें चित्रित सारस, बगुले, बगुले और जलकाग शामिल हैं। अभयारण्य में एक बड़ा जल निकाय भी है जो विभिन्न प्रकार के पक्षियों को आकर्षित करता है।
नए वन्यजीव अभ्यारण्य का खुलना तमिलनाडु में वन्यजीवों के संरक्षण और संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। राज्य सरकार राज्य में वन्यजीवों के प्राकृतिक आवासों की सुरक्षा के लिए कई उपाय कर रही है। नए अभ्यारण्य की स्थापना से क्षेत्र में ईको-टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ होगा।
क्यों जरूरी है यह खबर:
तमिलनाडु में नए वन्यजीव अभयारण्य का खुलना सरकारी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है, खासकर उनके लिए जो सिविल सेवा और वन सेवा परीक्षाओं में शामिल हो रहे हैं। वन्यजीवों का संरक्षण और संरक्षण महत्वपूर्ण विषय हैं जो इन परीक्षाओं में अक्सर पूछे जाते हैं। यह खबर राज्य में वन्यजीवों के प्राकृतिक आवासों की रक्षा के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों पर प्रकाश डालती है।
ऐतिहासिक संदर्भ:
वेलोड पक्षी अभयारण्य की स्थापना 1996 में क्षेत्र में पाई जाने वाली पक्षी प्रजातियों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए की गई थी। अभयारण्य 77 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है और तमिलनाडु के इरोड जिले में स्थित है। अभयारण्य विभिन्न प्रकार की प्रवासी और निवासी पक्षी प्रजातियों का घर है, जिनमें चित्रित सारस, बगुले, बगुले और जलकाग शामिल हैं। अभयारण्य में एक बड़ा जल निकाय भी है जो विभिन्न प्रकार के पक्षियों को आकर्षित करता है।
“तमिलनाडु के 18वें वन्यजीव अभ्यारण्य इरोड में खुला” से मुख्य परिणाम
सीरीयल नम्बर। | कुंजी ले जाएं |
1. | तमिलनाडु सरकार ने इरोड जिले के वेलोड पक्षी अभयारण्य में राज्य में अपना 18वां वन्यजीव अभयारण्य खोला है। |
2. | अभयारण्य 77 हेक्टेयर के क्षेत्र में फैला हुआ है और विभिन्न प्रकार की पक्षी प्रजातियों का घर है। |
3. | अभयारण्य के विकास के लिए राज्य सरकार ने 15 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। |
4. | नए अभ्यारण्य की स्थापना से क्षेत्र में ईको-टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ होगा। |
5. | नए वन्यजीव अभयारण्य का खुलना राज्य में वन्यजीवों के प्राकृतिक आवासों की रक्षा के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों पर प्रकाश डालता है। |
इस समाचार से छात्रों के लिए महत्वपूर्ण अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q.1) तमिलनाडु के 18वें वन्यजीव अभयारण्य का क्या नाम है?
A.1) तमिलनाडु के 18वें वन्यजीव अभयारण्य का नाम वेल्लोड पक्षी अभयारण्य है।
Q.2) वेलोड पक्षी अभयारण्य कहाँ स्थित है?
A.2) वेलोड पक्षी अभयारण्य तमिलनाडु के इरोड जिले में स्थित है।
Q.3) वेलोड पक्षी अभयारण्य द्वारा कवर किया गया क्षेत्र क्या है?
A.3) वेलोड पक्षी अभयारण्य 77 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है।
Q.4) वेलोड पक्षी अभयारण्य को खोलने का उद्देश्य क्या है?
A.4) वेलोड पक्षी अभयारण्य को खोलने का उद्देश्य क्षेत्र में पाई जाने वाली पक्षी प्रजातियों की रक्षा और संरक्षण करना और क्षेत्र में इको-टूरिज्म को बढ़ावा देना है।
Q.5) तमिलनाडु सरकार ने वेलोड पक्षी अभयारण्य के विकास पर कितना पैसा खर्च किया है?
A.5) तमिलनाडु सरकार ने वेलोड पक्षी अभयारण्य के विकास पर 15 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।