डबल डेकर इलेक्ट्रिक बस मुंबई : भारत की पहली एसी डबल-डेकर इलेक्ट्रिक बस मुंबई में पेश की गई
भारत की पहली एसी डबल-डेकर इलेक्ट्रिक बस हाल ही में मुंबई में BEST (बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट) द्वारा पेश की गई थी। बस इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए भारत सरकार की पहल का एक हिस्सा है।
नई बस कई तरह की सुविधाओं से लैस है जो इसे यात्रियों के लिए आरामदायक और सुविधाजनक बनाती है। इसमें ऊपरी डेक पर 30 और निचले डेक पर 20 यात्रियों के बैठने की क्षमता है। अतिरिक्त सुरक्षा के लिए बस में व्हीलचेयर रैंप और सीसीटीवी कैमरा सिस्टम भी है।
बस को 240 kWh बैटरी पैक द्वारा संचालित किया जाता है जिसे फास्ट चार्जर का उपयोग करके 4-5 घंटे में चार्ज किया जा सकता है। एक बार चार्ज करने पर बस की रेंज 300 किमी तक है, जो इसे शहर के आवागमन के लिए आदर्श बनाती है।
इस इलेक्ट्रिक बस की शुरूआत वायु प्रदूषण को कम करने और भारत में टिकाऊ परिवहन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अपने जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता का भी एक वसीयतनामा है।
क्यों जरूरी है यह खबर:
भारत कई वर्षों से अपने शहरों में बढ़ते वायु प्रदूषण के स्तर से जूझ रहा है। इसके अलावा, देश अपने जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने की चुनौती का भी सामना कर रहा है। मुंबई में भारत की पहली एसी डबल डेकर इलेक्ट्रिक बस की शुरूआत इन दोनों मुद्दों को हल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
नई बस अत्याधुनिक तकनीक से लैस है जो इसे यात्रियों के लिए आरामदायक और सुविधाजनक बनाती है। इसकी उच्च बैठने की क्षमता और व्हीलचेयर रैंप इसे यात्रियों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए सुलभ बनाता है। इसके अतिरिक्त, इसका कम कार्बन उत्सर्जन इसे पारंपरिक डीजल चालित बसों के लिए पर्यावरण के अनुकूल विकल्प बनाता है।
भारत सरकार देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रही है। इस इलेक्ट्रिक बस की शुरूआत वायु प्रदूषण को कम करने और टिकाऊ परिवहन को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का एक वसीयतनामा है।
ऐतिहासिक संदर्भ:
भारत देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देने की दिशा में कई कदम उठा रहा है। 2013 में, इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए राष्ट्रीय विद्युत गतिशीलता मिशन योजना (एनईएमएमपी) शुरू की गई थी।
तब से, सरकार ने कर प्रोत्साहन, सब्सिडी और अनुदान सहित इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने को बढ़ावा देने के लिए कई पहलें शुरू की हैं। सरकार ने 2030 तक सड़क पर सभी वाहनों का 30% इलेक्ट्रिक होने का लक्ष्य भी रखा है।
मुंबई में भारत की पहली एसी डबल डेकर इलेक्ट्रिक बस की शुरुआत टिकाऊ परिवहन की दिशा में देश की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
“मुंबई में शुरू की गई भारत की पहली एसी डबल-डेकर इलेक्ट्रिक बस” से मुख्य परिणाम:
क्रमिक संख्या | कुंजी ले जाएं |
1. | BEST द्वारा मुंबई में भारत की पहली एसी डबल डेकर इलेक्ट्रिक बस पेश की गई है। |
2. | बस कई सुविधाओं से लैस है, जिसमें अतिरिक्त सुरक्षा के लिए व्हीलचेयर रैंप और सीसीटीवी कैमरा सिस्टम शामिल है। |
3. | बस को 240 kWh बैटरी पैक द्वारा संचालित किया जाता है और एक बार चार्ज करने पर इसकी रेंज 300 किमी तक होती है। |
4. | इस इलेक्ट्रिक बस की शुरूआत वायु प्रदूषण को कम करने और भारत में टिकाऊ परिवहन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। |
5. | भारत सरकार ने 2030 तक सड़क पर सभी वाहनों का 30% इलेक्ट्रिक होने का लक्ष्य रखा है। |
इस समाचार से छात्रों के लिए महत्वपूर्ण अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1। मुंबई में पेश की गई नई इलेक्ट्रिक बस की बैठने की क्षमता कितनी है?
ए: बस में ऊपरी डेक पर 30 यात्रियों और निचले डेक पर 20 यात्रियों की बैठने की क्षमता है।
Q2। एक बार चार्ज करने पर बस की रेंज कितनी होती है?
A: बस की एक बार चार्ज करने पर 300 किमी तक की रेंज होती है।
Q3। बैटरी पैक को चार्ज करने में कितना समय लगता है?
ए: फास्ट चार्जर का उपयोग करके बैटरी पैक को 4-5 घंटे में चार्ज किया जा सकता है।
Q4। 2030 तक सड़क पर इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रतिशत के लिए भारत सरकार का लक्ष्य क्या है?
ए: सरकार ने 2030 तक सड़क पर सभी वाहनों का 30% इलेक्ट्रिक होने का लक्ष्य रखा है।
Q5। नेशनल इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन प्लान (एनईएमएमपी) क्या है?
A: NEMMP को बढ़ावा देने के लिए 2013 में शुरू की गई एक सरकारी पहल है