सांस्कृतिक और भौगोलिक विविधता से समृद्ध बिहार राज्य में कई नदियाँ हैं जो यहाँ की कृषि और आजीविका में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं। इन नदियों में, बिहार की सबसे छोटी नदी एक अनूठी विशिष्टता रखती है, जो इसे प्रतियोगी परीक्षाओं और सामान्य ज्ञान के लिए एक महत्वपूर्ण विषय बनाती है।
बिहार की सबसे छोटी नदी
बिहार की सबसे छोटी नदी कर्मनाशा नदी है । यह गंगा की एक सहायक नदी है और उत्तर प्रदेश के कैमूर पहाड़ियों से निकलती है। यह नदी बिहार की अन्य प्रमुख नदियों जैसे गंगा, गंडक और कोसी की तुलना में अपेक्षाकृत छोटी है।
भौगोलिक महत्व
कर्मनाशा नदी बिहार से होकर बहती है और फिर गंगा में मिल जाती है। अपने छोटे आकार के बावजूद, यह स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, कृषि के लिए जल संसाधन उपलब्ध कराती है और क्षेत्र में जैव विविधता को बनाए रखती है।

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्व
यूपीएससी, बीपीएससी, एसएससी और राज्य सरकार की परीक्षाओं जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए बिहार की भौगोलिक विशेषताओं, जिसमें इसकी नदियाँ भी शामिल हैं, को समझना बहुत ज़रूरी है। इन परीक्षाओं के सामान्य ज्ञान और भूगोल अनुभाग में अक्सर सबसे छोटी और सबसे बड़ी नदियों से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
ऐतिहासिक संदर्भ
कर्मनाशा नदी का ऐतिहासिक महत्व भी है। प्राचीन ग्रंथों में इसका उल्लेख मिलता है और यह लोककथाओं का हिस्सा रही है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार ‘ कर्मनाशा ‘ नाम संस्कृत से लिया गया है, जिसका अर्थ है ‘अच्छे कर्मों का नाश करने वाली’। ऐतिहासिक रूप से, नदी विभिन्न राज्यों के बीच सीमा चिह्नक रही है और प्राचीन व्यापार मार्गों में इसकी भूमिका रही है।
बिहार की सबसे छोटी नदी से जुड़ी मुख्य बातें
क्र.सं. | कुंजी ले जाएं |
1 | बिहार की सबसे छोटी नदी कर्मनाशा नदी है। |
2 | यह नदी उत्तर प्रदेश के कैमूर पहाड़ियों से निकलती है और गंगा में मिल जाती है। |
3 | यह नदी स्थानीय कृषि और जैव विविधता के लिए महत्वपूर्ण है। |
4 | भारतीय संस्कृति में इसका ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व है। |
5 | विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बिहार की नदियों का ज्ञान आवश्यक है। |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
- बिहार की सबसे छोटी नदी कौन सी है?
- बिहार की सबसे छोटी नदी गंडक नदी है, जो गंगा की एक सहायक नदी है। हालाँकि, स्थानीय वर्गीकरण के आधार पर, कुछ छोटी मौसमी नदियों पर भी विचार किया जा सकता है।
- बिहार की सबसे छोटी नदी कहां से निकलती है?
- गंडक नदी बिहार में प्रवेश करने से पहले नेपाल हिमालय से निकलती है।
- बिहार की सबसे छोटी नदी का क्या महत्व है?
- यह नदी क्षेत्र में सिंचाई, कृषि और पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
- बिहार से होकर कौन सी प्रमुख नदियाँ बहती हैं?
- सबसे छोटी नदी के अलावा, बिहार की प्रमुख नदियों में गंगा, कोसी, गंडक और सोन शामिल हैं।
- बिहार की कृषि पर छोटी नदियों का क्या प्रभाव पड़ता है?
- छोटी नदियाँ स्थानीय सिंचाई प्रणालियों में योगदान देती हैं, भूजल पुनर्भरण में मदद करती हैं, तथा मत्स्य पालन को बढ़ावा देती हैं, तथा बिहार की कृषि अर्थव्यवस्था को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
कुछ महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स लिंक्स
