2 मार्च को रायसीना डायलॉग का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 2 मार्च, 2022 को रायसीना डायलॉग का उद्घाटन करने के लिए तैयार हैं। रायसीना डायलॉग भू-राजनीति और भू-अर्थशास्त्र पर एक वार्षिक सम्मेलन है, जिसकी मेजबानी नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) द्वारा की जाती है। सम्मेलन का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर चर्चा और विचार-विमर्श करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के वैश्विक नेताओं और विशेषज्ञों को एक साथ लाना है।
इस वर्ष के सम्मेलन का विषय “वैश्विक चुनौतियां, भारतीय प्राथमिकताएं” है और यह वैश्विक शासन, उभरती प्रौद्योगिकियों, जलवायु परिवर्तन और महामारी के बाद की विश्व व्यवस्था जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगा। सम्मेलन में दुनिया भर के विदेश मंत्रियों, रक्षा मंत्रियों और नीति निर्माताओं सहित कई उच्च-स्तरीय गणमान्य व्यक्ति भाग लेंगे ।
रायसीना डायलॉग नीति निर्माताओं, विद्वानों और विशेषज्ञों को दुनिया के सामने आने वाले दबाव वाले मुद्दों पर विचारों और राय का आदान-प्रदान करने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करता है । सम्मेलन भारत की विदेश नीति और सामरिक हितों के लिए प्रासंगिक विषयों पर सार्थक चर्चा में शामिल होने का अवसर प्रदान करता है। यह आयोजन भारत को वैश्विक मुद्दों पर अपने दृष्टिकोण को प्रदर्शित करने और पारस्परिक हित के मामलों पर अन्य देशों के साथ जुड़ने के लिए एक मंच भी प्रदान करता है।
रायसीना डायलॉग में भारत की सक्रिय भागीदारी वैश्विक मंच पर इसके बढ़ते महत्व को रेखांकित करती है। यह सम्मेलन भारत को अपनी कूटनीतिक पहुंच बढ़ाने और आपसी हित के मुद्दों पर अन्य देशों के साथ जुड़ने का अवसर प्रदान करता है। यह आयोजन भारत के लिए एक जिम्मेदार वैश्विक हितधारक और भारत-प्रशांत क्षेत्र में एक नेता के रूप में अपनी भूमिका प्रदर्शित करने का अवसर भी है।
क्यों जरूरी है यह खबर:
रायसीना डायलॉग का उद्घाटन करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। सम्मेलन एक वार्षिक कार्यक्रम है जो अंतरराष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर केंद्रित है। इस वर्ष के सम्मेलन का विषय “वैश्विक चुनौतियां, भारतीय प्राथमिकताएं” है और इसमें वैश्विक शासन, उभरती प्रौद्योगिकियों, जलवायु परिवर्तन और महामारी के बाद की विश्व व्यवस्था जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। यह आयोजन महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारत को वैश्विक मुद्दों पर अपना दृष्टिकोण प्रदर्शित करने और पारस्परिक हित के मामलों पर अन्य देशों के साथ जुड़ने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
ऐतिहासिक संदर्भ:
रायसीना डायलॉग पहली बार 2016 में आयोजित किया गया था और तब से यह वैश्विक नेताओं और विशेषज्ञों के लिए अंतरराष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर विचारों और विचारों के आदान-प्रदान का एक महत्वपूर्ण मंच बन गया है । सम्मेलन की मेजबानी नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) द्वारा की जा रही है। सम्मेलन में दुनिया भर के विदेश मंत्रियों, रक्षा मंत्रियों और नीति निर्माताओं सहित कई उच्च-स्तरीय गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया है।
2 मार्च को रायसीना डायलॉग का उद्घाटन करने के लिए पीएम मोदी” की मुख्य बातें:
क्रमिक संख्या | कुंजी ले जाएं |
1. | रायसीना डायलॉग भू-राजनीति और भू-अर्थशास्त्र पर एक वार्षिक सम्मेलन है, जिसकी मेजबानी नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) द्वारा की जाती है। |
2. | इस वर्ष के सम्मेलन का विषय “वैश्विक चुनौतियां, भारतीय प्राथमिकताएं” है और यह वैश्विक शासन, उभरती प्रौद्योगिकियों, जलवायु परिवर्तन और महामारी के बाद की विश्व व्यवस्था जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगा। |
3. | सम्मेलन नीति निर्माताओं, विद्वानों और विशेषज्ञों को दुनिया के सामने आने वाले दबाव वाले मुद्दों पर विचारों और राय का आदान-प्रदान करने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करता है। |
4. | यह आयोजन भारत के लिए एक जिम्मेदार के रूप में अपनी भूमिका प्रदर्शित करने का एक अवसर है |
इस समाचार से छात्रों के लिए महत्वपूर्ण अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
रायसीना डायलॉग क्या है ?
रायसीना डायलॉग भू-राजनीति और भू-अर्थशास्त्र पर भारत का प्रमुख सम्मेलन है ।
रायसीना डायलॉग के आयोजक कौन हैं ?
रायसीना डायलॉग का आयोजन विदेश मंत्रालय और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) द्वारा किया जाता है।
रायसीना डायलॉग 2022 में मुख्य वक्ता कौन है
रायसीना डायलॉग 2022 में मुख्य वक्ता भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।
रायसीना डायलॉग 2022 की थीम क्या है ?
रायसीना डायलॉग 2022 का विषय “रिट्रीट में वैश्वीकरण : जोखिम और अवसर” है।
रायसीना डायलॉग 2022 कब होने वाला है?
रायसीना डायलॉग 2022 2-4 मार्च, 2022 तक होने वाला है।