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भारत, विश्व बैंक ने ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर परियोजना के लिए ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए

हरित राष्ट्रीय राजमार्ग गलियारे

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भारत-विश्व बैंक ने 4 राज्यों में ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर परियोजना के निर्माण के लिए ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए

भारत सरकार, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और विश्व बैंक ने चार भारतीय राज्यों में ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर परियोजना के निर्माण के लिए एक ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। 500 मिलियन डॉलर की राशि के लिए ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। परियोजना का उद्देश्य देश के सड़क परिवहन क्षेत्र के कार्बन फुटप्रिंट को कम करना है।

ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर परियोजना आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश राज्यों में लागू की जाएगी। परियोजना लगभग 783 किमी राजमार्गों के निर्माण का समर्थन करेगी। राजमार्गों में सड़क निर्माण में अपशिष्ट पदार्थों और फ्लाई ऐश का उपयोग, शौचालय और विश्राम क्षेत्रों जैसी सुविधाओं का प्रावधान और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने जैसी विशेषताएं होंगी।

विश्व बैंक के अनुसार, इस परियोजना से राजमार्ग के जीवनकाल में लगभग 12 मिलियन टन CO2 के बराबर ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने की उम्मीद है। इस परियोजना से निर्माण चरण के दौरान रोजगार के अवसर पैदा होने और दूरदराज के क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने की भी उम्मीद है।

ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर
ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर

क्यों जरूरी है ये खबर

सतत विकास को बढ़ावा

ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर परियोजना सड़क परिवहन क्षेत्र में सतत विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस परियोजना का उद्देश्य सड़क परिवहन क्षेत्र के कार्बन पदचिह्न को कम करना है, जो देश में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में एक प्रमुख योगदानकर्ता है। यह परियोजना सड़क निर्माण में अपशिष्ट पदार्थों और फ्लाई ऐश के उपयोग को भी बढ़ावा देगी, जिससे निर्माण क्षेत्र द्वारा उत्पन्न कचरे की मात्रा को कम करने में मदद मिलेगी।

रोजगार सृजन

इस परियोजना से निर्माण चरण के दौरान रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है। यह देश की अर्थव्यवस्था को बहुत आवश्यक बढ़ावा देगा, जो COVID-19 महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुई है।

बेहतर कनेक्टिविटी

दूर-दराज के क्षेत्रों में राजमार्गों के निर्माण से इन क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। इससे इन क्षेत्रों के विकास में मदद मिलेगी और आर्थिक विकास के अवसर मिलेंगे।

ऐतिहासिक संदर्भ

भारत हाल के वर्षों में सतत विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। सरकार ने देश के बुनियादी ढांचे के कार्बन पदचिह्न को कम करने के उद्देश्य से कई पहलें शुरू की हैं। ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर प्रोजेक्ट इस पहल का हिस्सा है और इसका उद्देश्य सड़क परिवहन क्षेत्र में सतत विकास को बढ़ावा देना है।

“भारत-विश्व बैंक ने 4 राज्यों में ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर परियोजना के निर्माण के लिए ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए” से 5 मुख्य परिणाम

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1.भारत सरकार, NHAI और विश्व बैंक ने चार भारतीय राज्यों में ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर परियोजना के निर्माण के लिए एक ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
2.यह परियोजना सड़क परिवहन क्षेत्र के कार्बन फुटप्रिंट को कम करेगी और सतत विकास को बढ़ावा देगी।
3.यह परियोजना आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश राज्यों में लागू की जाएगी।
4.परियोजना लगभग 783 किमी राजमार्गों के निर्माण का समर्थन करेगी।
5.इस परियोजना से निर्माण चरण के दौरान रोजगार के अवसर पैदा होने और दूरदराज के क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने की उम्मीद है।
ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर

अंत में, हरित राष्ट्रीय राजमार्ग गलियारा परियोजना सड़क परिवहन क्षेत्र में सतत विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। परियोजना का उद्देश्य क्षेत्र के कार्बन फुटप्रिंट को कम करना और सड़क निर्माण में अपशिष्ट पदार्थों और फ्लाई ऐश के उपयोग को बढ़ावा देना है। इस परियोजना से रोजगार के अवसर पैदा होने और दूरदराज के क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने की उम्मीद है।

इस समाचार से छात्रों के लिए महत्वपूर्ण अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q.1ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर परियोजना क्या है?

A. ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर प्रोजेक्ट भारत सरकार द्वारा देश भर में पर्यावरण के अनुकूल राजमार्गों को विकसित करने की एक पहल है।

Q.2 कौन से चार राज्य ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर परियोजना के अंतर्गत आते हैं?

A. ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर परियोजना में राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश राज्य शामिल हैं।

Q.3 ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर प्रोजेक्ट के लिए भारत और विश्व बैंक ने कितने ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं?

A. भारत और विश्व बैंक ने हरित राष्ट्रीय राजमार्ग गलियारा परियोजना के लिए $500 मिलियन के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

Q.4 ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर परियोजना का उद्देश्य क्या है?

A. हरित राष्ट्रीय राजमार्ग गलियारा परियोजना का उद्देश्य चयनित राज्यों में राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क की क्षमता और स्थिरता को बढ़ाना है।

Q.5 ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर परियोजना को कौन लागू करेगा?

A. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर परियोजना को लागू करेगा।

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