स्मार्टफोन 42% वृद्धि के साथ भारत का चौथा सबसे बड़ा निर्यात उत्पाद बन गया
भारत ने स्मार्टफोन को अपना चौथा सबसे बड़ा निर्यात आइटम बनाकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जिसमें वित्त वर्ष 2023-24 में 42% की प्रभावशाली वृद्धि हुई है। यह उछाल वैश्विक प्रौद्योगिकी बाजार में देश की उभरती स्थिति को रेखांकित करता है।
स्मार्टफोन निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि वित्त वर्ष 2024 में भारत से स्मार्टफोन का निर्यात 15.6 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 42% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है। इस उल्लेखनीय वृद्धि ने स्मार्टफोन को भारत के शीर्ष निर्यात वस्तुओं की सूची में चौथे स्थान पर पहुंचा दिया है, जो विनिर्माण और निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत की नीतियों की सफलता को दर्शाता है।
भारतीय स्मार्टफोन के लिए प्रमुख बाजार संयुक्त राज्य अमेरिका भारतीय स्मार्टफोन का सबसे बड़ा आयातक बनकर उभरा, जिसकी शिपमेंट 158% बढ़कर 5.6 बिलियन डॉलर हो गई। अन्य महत्वपूर्ण बाजारों में संयुक्त अरब अमीरात ($2.6 बिलियन), नीदरलैंड ($1.2 बिलियन) और यूनाइटेड किंगडम ($1.1 बिलियन) शामिल हैं। निर्यात गंतव्यों का यह विविधीकरण वैश्विक स्मार्टफोन बाजार में भारत के बढ़ते पदचिह्न को उजागर करता है।
उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना की भूमिका इस वृद्धि में एक महत्वपूर्ण कारक भारत सरकार की उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना है। पीएलआई योजना कंपनियों को भारत में अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करती है, जिससे देश एक पसंदीदा विनिर्माण केंद्र बन जाता है। इस योजना के प्रमुख लाभार्थियों में ऐप्पल और सैमसंग जैसी वैश्विक दिग्गज कंपनियां शामिल हैं, जिसमें फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन (अब टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स) और पेगाट्रॉन जैसे ऐप्पल के विक्रेता महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
निर्यात वृद्धि में एप्पल का योगदान निर्यात में उछाल में एप्पल का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, वित्त वर्ष 2024 में इसके शिपमेंट 1.2 ट्रिलियन ($14.39 बिलियन) को पार करने की उम्मीद है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 33% की वृद्धि है। यह वृद्धि वैश्विक भू-राजनीतिक तनावों के बीच एक प्रमुख विनिर्माण आधार के रूप में भारत की ओर एप्पल के रणनीतिक बदलाव को उजागर करती है।
भविष्य का दृष्टिकोण स्मार्टफोन निर्यात में निरंतर वृद्धि न केवल भारत की पीएलआई योजना की प्रभावशीलता को उजागर करती है, बल्कि वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण परिदृश्य में एक रणनीतिक बदलाव को भी दर्शाती है। निरंतर वृद्धि के साथ, भारत वैश्विक स्मार्टफोन बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करने, अधिक निवेश आकर्षित करने और तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देने के लिए तैयार है।
यह समाचार क्यों महत्वपूर्ण है
भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव स्मार्टफोन निर्यात में तेज़ वृद्धि भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण बढ़ावा है। यह वैश्विक बाज़ार के लिए उच्च-मूल्य वाले उत्पाद बनाने की देश की बढ़ती क्षमता को दर्शाता है, जो आर्थिक विकास और रोज़गार सृजन में योगदान देता है।
भू-राजनीतिक महत्व पीएलआई योजना की सफलता, जिसका उद्देश्य चीन से विनिर्माण को भारत की ओर आकर्षित करना है, भू-राजनीतिक महत्व रखती है। यह भारत को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में एक विश्वसनीय विकल्प के रूप में स्थापित करती है, खासकर प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच चल रहे व्यापार तनाव के बीच।
तकनीकी उन्नति स्मार्टफोन निर्माण और निर्यात में उछाल भारत में तकनीकी प्रगति को दर्शाता है। यह उच्च तकनीक निर्माण में देश की बढ़ती विशेषज्ञता को दर्शाता है, जो अन्य क्षेत्रों में और अधिक नवाचार और विकास को बढ़ावा दे सकता है।
स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा निर्यात में वृद्धि स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई सरकारी पहलों की प्रभावशीलता को उजागर करती है। यह सफलता अन्य क्षेत्रों में भी इसी तरह की रणनीतियों को प्रेरित कर सकती है, जिससे व्यापक औद्योगिक विकास और आर्थिक विविधीकरण को बढ़ावा मिलेगा।
वैश्विक व्यापार संबंधों को मजबूत बनाना विविध बाजारों में स्मार्टफोन निर्यात का विस्तार करने से वैश्विक स्तर पर भारत के व्यापार संबंध मजबूत होंगे। इससे देश की आर्थिक कूटनीति बढ़ेगी और वैश्विक आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देते हुए अधिक द्विपक्षीय व्यापार समझौतों का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।
ऐतिहासिक संदर्भ
भारत के विनिर्माण क्षेत्र का विकास पिछले कुछ दशकों में भारत के विनिर्माण क्षेत्र में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं। शुरुआत में कम तकनीक वाले सामानों पर केंद्रित यह क्षेत्र अब मेक इन इंडिया पहल जैसी नीतियों के समर्थन से उच्च तकनीक वाले विनिर्माण की ओर बढ़ रहा है।
पीएलआई योजना का परिचय 2020 में शुरू की गई उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने और आयात पर निर्भरता कम करने के लिए डिज़ाइन की गई थी। यह योजना इलेक्ट्रॉनिक्स सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए कंपनियों को वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करती है।
भारत में एप्पल का विस्तार भारत में अपने विनिर्माण कार्यों का विस्तार करने का एप्पल का निर्णय देश के औद्योगिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण है। यह कदम भू-राजनीतिक कारकों और पीएलआई योजना द्वारा दिए जाने वाले आकर्षक प्रोत्साहनों से प्रभावित था, जो वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में भारत के रणनीतिक महत्व को उजागर करता है।
ऐतिहासिक निर्यात रुझान ऐतिहासिक रूप से, भारत के निर्यात में कपड़ा और कृषि जैसे पारंपरिक क्षेत्रों का वर्चस्व रहा है। हाई-टेक निर्यात, विशेष रूप से स्मार्टफोन का बढ़ना एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है, जो देश की बढ़ती तकनीकी क्षमताओं और विविध निर्यात पोर्टफोलियो को दर्शाता है।
स्मार्टफोन निर्यात में वृद्धि से मुख्य निष्कर्ष
क्रम संख्या | कुंजी ले जाएं |
1 | स्मार्टफोन भारत का चौथा सबसे बड़ा निर्यात आइटम बन गया है, जिसका निर्यात वित्त वर्ष 24 में 15.6 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। |
2 | संयुक्त राज्य अमेरिका भारतीय स्मार्टफोन का सबसे बड़ा आयातक है, जहां आयात में 158% की वृद्धि हुई है। |
3 | उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना स्मार्टफोन उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा देने में सहायक रही है। |
4 | एप्पल निर्यात वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देता है, वित्त वर्ष 24 में इसके शिपमेंट 1.2 ट्रिलियन रुपये से अधिक होने की उम्मीद है। |
5 | निर्यात में वृद्धि वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण परिदृश्य में भारत की बढ़ती भूमिका को उजागर करती है। |
इस समाचार से छात्रों के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न
1. भारत के स्मार्टफोन निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि क्यों हुई है?
- यह वृद्धि मुख्य रूप से भारत सरकार द्वारा शुरू की गई उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के कारण है, जो कंपनियों को भारत में अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करती है।
2. भारतीय स्मार्टफोन के प्रमुख आयातक देश कौन से हैं?
- संयुक्त राज्य अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, नीदरलैंड और यूनाइटेड किंगडम भारतीय स्मार्टफोन के प्रमुख आयातक हैं।
3. वित्त वर्ष 24 में भारत का स्मार्टफोन निर्यात कितना बढ़ा?
- वित्त वर्ष 2023-24 में स्मार्टफोन निर्यात 42% बढ़कर 15.6 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया।
4. भारत के स्मार्टफोन निर्यात वृद्धि में एप्पल की क्या भूमिका है?
- एप्पल ने इस वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिसके वित्त वर्ष 24 में इसके शिपमेंट 1.2 ट्रिलियन रुपये (14.39 बिलियन डॉलर) को पार करने की उम्मीद है, जो निर्यात वृद्धि का एक बड़ा हिस्सा है।
5. निर्यात को बढ़ावा देने में पीएलआई योजना का क्या महत्व है?
- पीएलआई योजना भारत में उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए कंपनियों को वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करती है, जिससे भारत एक पसंदीदा विनिर्माण केंद्र बन जाता है और निर्यात को बढ़ावा मिलता है।