फ्रांसीसी बहुराष्ट्रीय अभ्यास ओरियन में भाग लेने के लिए भारतीय राफेल
भारतीय वायु सेना (IAF) अपने नए अधिग्रहीत राफेल लड़ाकू जेट के साथ फ्रांसीसी बहुराष्ट्रीय वायु अभ्यास, ‘ओरियन’ में भाग लेने के लिए तैयार है। यह अभ्यास 4 से 14 मई 2023 तक फ्रांस में होगा। भारतीय राफेल अभ्यास में फ्रेंच, जर्मन और स्पेनिश लड़ाकू जेट शामिल होंगे। यह अभ्यास IAF को अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने और फ्रांसीसी वायु सेना के साथ अंतर-क्षमता में सुधार करने का अवसर प्रदान करेगा।
राफेल लड़ाकू विमान खरीदने का समझौता किया था । पांच राफेल जेट का पहला बैच जुलाई 2020 में भारत को दिया गया था, और तीन जेट का दूसरा बैच नवंबर 2020 में आया था। शेष 28 जेट को 2022 के अंत तक वितरित किए जाने की उम्मीद है।
राफेल एक जुड़वां इंजन, चौथी पीढ़ी का लड़ाकू विमान है, जो कई प्रकार के मिशनों को अंजाम देने में सक्षम है, जिसमें हवाई श्रेष्ठता, जमीनी समर्थन और गहराई से हमले शामिल हैं । विमान नवीनतम हथियारों और एवियोनिक्स सिस्टम से लैस है, जो इसे दुनिया के सबसे उन्नत फाइटर जेट्स में से एक बनाता है।
‘ओरियन’ अभ्यास का उद्देश्य भाग लेने वाली वायु सेनाओं की परिचालन तत्परता को बढ़ाना और बहुराष्ट्रीय वातावरण में एक साथ काम करने की उनकी क्षमता में सुधार करना है। इस अभ्यास में विभिन्न प्रकार के मिशन शामिल होंगे, जिनमें एयर-टू-एयर कॉम्बैट, एयर-टू-ग्राउंड स्ट्राइक और टोही मिशन शामिल हैं।
राफेल की भागीदारी से भारत की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने और फ्रांसीसी वायुसेना के साथ इंटरऑपरेबिलिटी में सुधार करने में मदद मिलेगी । यह IAF पायलटों और ग्राउंड क्रू के लिए मूल्यवान प्रशिक्षण अवसर भी प्रदान करेगा।
क्यों जरूरी है यह खबर:
राफेल लड़ाकू विमानों के साथ फ्रांस के बहुराष्ट्रीय हवाई अभ्यास ‘ओरियन’ में भाग लेने के लिए तैयार है। इस अभ्यास में भारतीय राफेल की भागीदारी से भारत की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने और फ्रांसीसी वायुसेना के साथ इंटरऑपरेबिलिटी में सुधार करने में मदद मिलेगी । यह IAF पायलटों और ग्राउंड क्रू के लिए मूल्यवान प्रशिक्षण अवसर भी प्रदान करेगा। पीएससीएस से लेकर आईएएस जैसे रक्षा और सिविल सेवा पदों सहित विभिन्न पदों के लिए सरकारी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए यह खबर जरूरी है ।
ऐतिहासिक संदर्भ:
राफेल लड़ाकू विमान खरीदने का समझौता किया था । पांच राफेल जेट का पहला बैच जुलाई 2020 में भारत को दिया गया था, और तीन जेट का दूसरा बैच नवंबर 2020 में आया था। शेष 28 जेट 2022 के अंत तक वितरित किए जाने की उम्मीद है। राफेल एक जुड़वां इंजन है , चौथी पीढ़ी के लड़ाकू विमान हवाई श्रेष्ठता, जमीनी समर्थन और गहराई से हमले सहित कई तरह के मिशनों को अंजाम देने में सक्षम हैं। विमान नवीनतम हथियारों और एवियोनिक्स सिस्टम से लैस है, जो इसे दुनिया के सबसे उन्नत फाइटर जेट्स में से एक बनाता है।
फ्रांसीसी बहुराष्ट्रीय अभ्यास ओरियन में भाग लेने के लिए भारतीय राफेल ” से महत्वपूर्ण परिणाम
क्रमिक संख्या | कुंजी ले जाएं |
1. | राफेल लड़ाकू विमानों के साथ फ्रांसीसी बहुराष्ट्रीय वायु अभ्यास ‘ओरियन’ में भाग लेने के लिए तैयार है। |
2. | यह अभ्यास फ्रांस में 4 से 14 मई 2023 तक होगा और इसमें विभिन्न प्रकार के मिशन शामिल होंगे, जिसमें एयर-टू-एयर कॉम्बैट, एयर-टू-ग्राउंड स्ट्राइक और टोही मिशन शामिल हैं। |
3. | राफेल की भागीदारी से भारत की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने और फ्रांसीसी वायुसेना के साथ इंटरऑपरेबिलिटी में सुधार करने में मदद मिलेगी । |
4. | राफेल लड़ाकू विमान खरीदने का समझौता किया था । पांच राफेल जेट का पहला बैच जुलाई 2020 में भारत को दिया गया था, और तीन जेट का दूसरा बैच नवंबर 2020 में आया था। शेष 28 जेट को 2022 के अंत तक वितरित किए जाने की उम्मीद है। |
5. | राफेल एक जुड़वां इंजन, चौथी पीढ़ी का लड़ाकू विमान है, जो कई प्रकार के मिशनों को अंजाम देने में सक्षम है, जिसमें हवाई श्रेष्ठता, जमीनी समर्थन और गहराई से हमले शामिल हैं । विमान नवीनतम हथियारों और एवियोनिक्स सिस्टम से लैस है, जो इसे दुनिया के सबसे उन्नत फाइटर जेट्स में से एक बनाता है। |
इस समाचार से छात्रों के लिए महत्वपूर्ण अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
‘ओरियन’ व्यायाम क्या है?
‘ओरियन’ फ्रांसीसी वायु सेना द्वारा आयोजित एक बहुराष्ट्रीय वायु अभ्यास है। इसे भाग लेने वाली वायु सेना की परिचालन तैयारी और क्षमताओं को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
अभ्यास कब होगा?
यह अभ्यास फ्रांस में 4 से 14 मई 2023 तक होने वाला है।
भारत की फ्रांस से कितने राफेल जेट खरीदने की योजना है?
राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए फ्रांस के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं ।
भारत को अब तक कितने राफेल जेट की डिलीवरी की जा चुकी है?
राफेल जेट का पहला बैच जुलाई 2020 में भारत को दिया गया था, और तीन जेट का दूसरा बैच नवंबर 2020 में आया था। शेष 28 जेट 2022 के अंत तक वितरित किए जाने की उम्मीद है।
राफेल फाइटर जेट की क्षमताएं क्या हैं ?
राफेल एक ट्विन-इंजन, चौथी पीढ़ी का लड़ाकू विमान है, जो कई प्रकार के मिशनों को अंजाम देने में सक्षम है, जिसमें हवाई श्रेष्ठता, जमीनी समर्थन और गहराई से हमले शामिल हैं । विमान नवीनतम हथियारों और एवियोनिक्स सिस्टम से लैस है, जो इसे दुनिया के सबसे उन्नत फाइटर जेट्स में से एक बनाता है।