अजय सेठ ने राजस्व सचिव का अतिरिक्त प्रभार संभाला
परिचय: अजय सेठ को मिली नई जिम्मेदारी
1987 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के वरिष्ठ अधिकारी अजय सेठ ने हाल ही में वित्त मंत्रालय में राजस्व सचिव का अतिरिक्त प्रभार संभाला है। उन्होंने 10 दिसंबर, 2024 को प्रमुख प्रशासनिक पदों में फेरबदल के तहत सरकार में यह महत्वपूर्ण भूमिका संभाली। सेठ ने पहले सरकार में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है, शहरी विकास, वित्त और बुनियादी ढाँचे जैसे क्षेत्रों में योगदान दिया है, और अब, वह भारत के वित्तीय प्रशासन में सबसे महत्वपूर्ण भूमिकाओं में से एक में कदम रख रहे हैं।
राजस्व सचिव की प्रमुख भूमिका
राजस्व सचिव के रूप में अजय सेठ कर नीति, कर प्रशासन और राजस्व सृजन से संबंधित नीतियों के निर्माण सहित सरकार के वित्तीय पहलुओं के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। राजस्व विभाग अप्रत्यक्ष करों के संग्रह की देखरेख के लिए भी जिम्मेदार है, जिसमें वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), आयकर और सीमा शुल्क शामिल हैं। नीति निर्माण और प्रशासन में सेठ के व्यापक अनुभव से विभाग को बहुत जरूरी विशेषज्ञता मिलने की उम्मीद है।
पिछला अनुभव और उपलब्धियां
अजय सेठ अपने साथ बहुत सारा अनुभव लेकर आए हैं। राजस्व सचिव के रूप में अतिरिक्त कार्यभार संभालने से पहले, उन्होंने शहरी विकास और आवास मंत्रालय के सचिव के रूप में कार्य किया, जहाँ वे विभिन्न राष्ट्रीय शहरी नवीकरण मिशनों के कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार थे। वित्त क्षेत्र में उनके कार्यकाल के दौरान उन्होंने भारत के बुनियादी ढाँचे के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
भूमिका का रणनीतिक महत्व
देश के वित्तीय ढांचे को आकार देने में राजस्व सचिव की भूमिका महत्वपूर्ण है। आर्थिक अनिश्चितताओं और वैश्विक वित्तीय गतिशीलता से उत्पन्न चुनौतियों के साथ, सेठ की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण समय पर हुई है। उनके नेतृत्व से भारत को अपने राजस्व आधार को मजबूत करने, बेहतर कर अनुपालन सुनिश्चित करने और मजबूत राजकोषीय नीतियों के माध्यम से आर्थिक विकास का समर्थन करके इन चुनौतियों से निपटने में मदद मिलने की उम्मीद है।
यह समाचार महत्वपूर्ण क्यों है
वित्तीय प्रशासन को मजबूत बनाना
राजस्व सचिव के रूप में अजय सेठ की नियुक्ति भारत की वित्तीय और आर्थिक रणनीतियों के लिए महत्वपूर्ण प्रासंगिकता रखती है। उनकी पिछली नेतृत्व भूमिकाओं ने उन्हें सरकारी नीतियों और आर्थिक संरचनाओं की गहरी समझ से लैस किया है, जिससे वे इस महत्वपूर्ण पद के लिए आदर्श उम्मीदवार बन गए हैं। भारत की कर नीतियों और आर्थिक ढांचे को आकार देने में राजस्व सचिव की भूमिका राजकोषीय समेकन और आर्थिक पुनरुद्धार जैसी सरकारी योजनाओं की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है।
राजस्व सृजन में वृद्धि
सेठ का नेतृत्व राजस्व संग्रह तंत्र को बेहतर बनाने में भी महत्वपूर्ण होगा, खासकर वैश्विक मुद्रास्फीति और आपूर्ति श्रृंखला चुनौतियों के कारण होने वाले आर्थिक व्यवधानों के मद्देनजर। राजकोषीय अनुशासन बनाए रखने और विकास कार्यक्रमों, बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और सामाजिक कल्याण योजनाओं के लिए संसाधन उपलब्ध कराने के लिए भारत के राजस्व आधार को मजबूत करना आवश्यक है।
जीएसटी और कर सुधारों पर ध्यान केंद्रित
चूंकि सरकार वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) प्रणाली को सरल बनाने और कर अनुपालन में सुधार लाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, इसलिए सेठ का अनुभव इन सुधारों में केंद्रीय भूमिका निभाएगा। उनकी नियुक्ति जीएसटी से जुड़े लंबित मुद्दों को सुलझाने और यह सुनिश्चित करने की दिशा में एक केंद्रित दृष्टिकोण का संकेत देती है कि कर प्रणाली पारदर्शी और कुशल बनी रहे।
ऐतिहासिक संदर्भ: पृष्ठभूमि की जानकारी
राजस्व सचिव का पद हमेशा से ही भारतीय सरकार में बहुत बड़ी जिम्मेदारी वाला रहा है। यह भूमिका कर नीतियों, जीएसटी के प्रशासन और सीमा शुल्क सहित राष्ट्रीय वित्त के प्रबंधन की देखरेख करती है। पिछले कुछ वर्षों में, लगातार राजस्व सचिवों ने देश की वित्तीय नीतियों को चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, खासकर आर्थिक बदलाव के समय में।
अजय सेठ की नियुक्ति भारत के वित्तीय प्रशासन में रणनीतिक बदलावों की एक श्रृंखला के बाद हुई है, क्योंकि देश अपनी राजस्व प्रणाली को आधुनिक बनाने के लिए काम कर रहा है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह बढ़ती अर्थव्यवस्था की मांगों को पूरा कर सके। पिछले राजस्व सचिवों ने कर संरचनाओं को सरल बनाने और कर अनुपालन में सुधार करने की दिशा में काम किया है, लेकिन खामियों को दूर करने और कर राजस्व बढ़ाने में चुनौतियां बनी हुई हैं। शहरी और बुनियादी ढांचा नीति में अपने अनुभव के साथ सेठ से इन चल रही पहलों में नए दृष्टिकोण लाने की उम्मीद है।
“अजय सेठ ने राजस्व सचिव का अतिरिक्त कार्यभार संभाला” से मुख्य अंश
क्र.सं. | कुंजी ले जाएं |
1 | अजय सेठ को 10 दिसंबर, 2024 तक वित्त मंत्रालय में राजस्व सचिव नियुक्त किया गया है। |
2 | सेठ के पास शहरी विकास, वित्त और बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में अपनी पिछली भूमिकाओं का व्यापक अनुभव है। |
3 | राजस्व सचिव के रूप में वह जीएसटी, आयकर और सीमा शुल्क सहित देश की कर नीतियों की देखरेख करेंगे। |
4 | इस नियुक्ति को भारत के वित्तीय प्रशासन और कर राजस्व प्रणालियों को मजबूत करने के लिए एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है। |
5 | सेठ के नेतृत्व से महत्वपूर्ण सुधार लाने तथा भारत की कर संग्रह प्रणाली की दक्षता में सुधार लाने की उम्मीद है। |
इस समाचार से छात्रों के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न
भारत में राजस्व सचिव के रूप में किसे नियुक्त किया गया है?
- अजय सेठ को भारत में राजस्व सचिव नियुक्त किया गया है।
राजस्व सचिव की भूमिका क्या है?
- राजस्व सचिव राष्ट्रीय वित्तीय नीतियों, कर प्रशासन, जीएसटी, आयकर और सीमा शुल्क की देखरेख करते हैं तथा राजस्व सृजन और राजकोषीय प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
अजय सेठ ने राजस्व सचिव का अतिरिक्त कार्यभार कब ग्रहण किया?
- अजय सेठ ने 10 दिसंबर, 2024 को राजस्व सचिव का अतिरिक्त प्रभार ग्रहण किया।
अजय सेठ की पिछली भूमिकाएँ क्या हैं?
- अपनी नई भूमिका से पहले, अजय सेठ शहरी विकास और आवास मंत्रालय के सचिव के रूप में कार्यरत थे और वित्त और बुनियादी ढांचे के विकास में विभिन्न प्रमुख पदों पर रहे।
राजस्व सचिव का पद महत्वपूर्ण क्यों है?
- कर नीतियों के निर्माण, राजस्व संग्रहण में सुधार, तथा सुदृढ़ राजकोषीय रणनीतियों के माध्यम से आर्थिक विकास को समर्थन देने में राजस्व सचिव की भूमिका महत्वपूर्ण है।