सेना ने जम्मू-कश्मीर के खड़ी डोडा जिले के सबसे ऊंचे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय ध्वज को स्थापित किया
भारतीय सेना ने अप्रैल के महीने में जम्मू और कश्मीर के डोडा जिले में 50 फीट x 30 फीट के सबसे ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज को स्थापित किया। ध्वज को 100 फुट ऊंचे खंभे पर 150 फुट की खड़ी ऊंचाई पर स्थापित किया गया था। झंडा देश के गौरव का प्रतीक है और लगभग 15 किमी की दूरी से दिखाई देता है।
भारतीय सेना द्वारा जिला प्रशासन और स्थानीय स्वयंसेवकों के सहयोग से राष्ट्रीय ध्वज स्थापना की गई। स्थापना भारत की स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के समारोह का एक हिस्सा थी।
राष्ट्रीय ध्वज स्थापना देश के लिए एकता, गौरव और देशभक्ति का प्रतीक है। ध्वज देश की समृद्ध विरासत, संस्कृति और परंपराओं के प्रतीक के रूप में खड़ा है।
राष्ट्रीय ध्वज की स्थापना की सभी क्षेत्रों के लोगों ने सराहना की है। झंडा हमारे सैनिकों द्वारा देश और इसके नागरिकों की रक्षा के लिए दिए गए बलिदान की याद दिलाता है।
राष्ट्रीय ध्वज स्थापना जम्मू-कश्मीर और पूरे देश के लोगों के लिए गर्व का क्षण है।
क्यों जरूरी है यह खबर:
जम्मू-कश्मीर के स्टीप डोडा जिले में सबसे ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज की स्थापना
भारतीय सेना ने अप्रैल के महीने में जम्मू और कश्मीर के डोडा जिले में 50 फीट x 30 फीट के सबसे ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज को स्थापित किया। स्थापना जिला प्रशासन और स्थानीय स्वयंसेवकों के सहयोग से की गई थी। स्थापना भारत की स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के समारोह का एक हिस्सा थी।
राष्ट्रीय ध्वज की स्थापना देश के लिए एकता, गौरव और देशभक्ति का प्रतीक है। ध्वज देश की समृद्ध विरासत, संस्कृति और परंपराओं के प्रतीक के रूप में खड़ा है। राष्ट्रीय ध्वज की स्थापना की सभी क्षेत्रों के लोगों ने सराहना की है। झंडा हमारे सैनिकों द्वारा देश और इसके नागरिकों की रक्षा के लिए दिए गए बलिदान की याद दिलाता है। राष्ट्रीय ध्वज की स्थापना जम्मू-कश्मीर और पूरे देश के लोगों के लिए गर्व का क्षण है।
ऐतिहासिक संदर्भ:
भारत में राष्ट्रीय ध्वज स्थापना का एक समृद्ध इतिहास है, जो भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के समय से है। भारतीय राष्ट्रीय ध्वज देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता का प्रतीक है। स्वतंत्र भारत का पहला राष्ट्रीय ध्वज 15 अगस्त 1947 को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू द्वारा दिल्ली के लाल किले पर फहराया गया था।
तब से, राष्ट्रीय ध्वज देश के लिए गर्व और देशभक्ति का प्रतीक रहा है। स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस और अन्य महत्वपूर्ण अवसरों सहित महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अवसरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है।
सेना ने जम्मू-कश्मीर के स्टीप डोडा जिले के सबसे ऊंचे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय ध्वज को स्थापित किया” से मुख्य परिणाम:
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1 | भारतीय सेना ने अप्रैल के महीने में जम्मू और कश्मीर के डोडा जिले में 50 फीट x 30 फीट के सबसे ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज को स्थापित किया। |
2 | ध्वज को 100 फुट ऊंचे खंभे पर 150 फुट की खड़ी ऊंचाई पर स्थापित किया गया था। |
3 | राष्ट्रीय ध्वज स्थापना देश के लिए एकता, गौरव और देशभक्ति का प्रतीक है। |
4 | स्थापना जिला प्रशासन और स्थानीय स्वयंसेवकों के सहयोग से की गई थी। |
5 | स्थापना भारत की स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के समारोह का एक हिस्सा थी। |
इस समाचार से छात्रों के लिए महत्वपूर्ण अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
डोडा जिले में स्थापित राष्ट्रीय ध्वज की ऊंचाई कितनी है ?
डोडा जिले में स्थापित राष्ट्रीय ध्वज की ऊंचाई 50 फीट x 30 फीट, 100 फीट ऊंचे खंभे पर 150 फीट की खड़ी ऊंचाई पर है।
जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में राष्ट्रीय ध्वज किसने स्थापित किया ?
जिला प्रशासन और स्थानीय स्वयंसेवकों के सहयोग से भारतीय सेना द्वारा राष्ट्रीय ध्वज स्थापित किया गया था।
डोडा जिले में राष्ट्रीय ध्वज स्थापना का क्या महत्व है ?
A. राष्ट्रीय ध्वज स्थापना देश के लिए एकता, गौरव और देशभक्ति का प्रतीक है। ध्वज देश की समृद्ध विरासत, संस्कृति और परंपराओं के प्रतीक के रूप में खड़ा है।
डोडा जिले में राष्ट्रीय ध्वज क्यों लगाया गया था ?
स्थापना भारत की स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के समारोह के एक भाग के रूप में की गई थी।
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का ऐतिहासिक संदर्भ क्या है?
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता का प्रतीक है। स्वतंत्र भारत का पहला राष्ट्रीय ध्वज 15 अगस्त, 1947 को जौ द्वारा फहराया गया था