अजमेर में बनी मोइनुद्दीन चिश्ती की मजार भारत में न केवल मुसलमानों के लिए बल्कि हर धर्म के अनुयायियों के लिए एक पवित्र स्थान माना जाता हैं। मोईन-उद-दीन चिश्ती के अंतिम विश्राम स्थल के रूप में यह मकबरा इस्लाम के नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यो को जनता के बीच फैलाने में अहम योगदान दे चुका हैं।
तारागढ़ किला भारत के पर्यटक राज्य राजस्थान के अजमेर शहर की प्रभावशाली संरचनाओं में से एक है जो अपने मनोरम दृश्य के लिए दुनिया भर में जाना जाता हैं। जो पर्यटकों के लिए राजस्थान वास्तुकला का एक शानदार और उत्कृष्ट उदाहरण पेश करता है।
इस झोपड़े के बारे में एक अफवाह यह है भी हैं कि इस इंडो-इस्लामिक आर्किटेक्चर साइट का निर्माण ढाई दिनों में किया गया था और यहीं इसका नाम पड़ा। यह एक मस्जिद है, जोकि कुतुब-उद-दीन-ऐबक द्वारा 1199 ईस्वी में निर्मित करबायी गयी थी, जोकि दिल्ली के पहले सुल्तान थे।
अजमेर से 27 किलोमीटर की दूरी पर स्थित किशनगढ़ किला राजस्थान के प्रमुख एतिहासिक पर्यटक स्थलों में से एक है। जिसे भारत का संगमरमर शहर कहा भी जाता है, यह दुनिया का एकमात्र स्थान है जहां नौ ग्रहों का मंदिर है।
अजमेर में तारागढ़ रोड पर स्थित पृथ्वीराज स्मारक, चौहान वंश के महान नायक पृथ्वीराज चौहान का स्मारक है। जिसे साहस और देशभक्ति के प्रतीक माना जाने वाले महान योद्धा को श्रद्धांजलि देने के लिए बनाया गया था।
अजमेर में आनासागर एक लुभावनी और शानदार कृत्रिम झील है, जो भारत के राजस्थान राज्य में अजमेर शहर में स्थित है। आनासागर झील हर साल गर्मियों के मौसम में सूख जाती है।
सोनी जी की नसियां अजमेर शहर में पृथ्वीराज मार्ग पर स्थित एक प्रसिद्ध जैन मंदिर है। जो सोनी जी की नसियांके रूप में लोकप्रिय है। अजमेर का दर्शनीय स्थल सोनी जी की नसियां का नाम सिद्धकूट चैत्यालय है और इसे ‘लाल मंदिर’ के रूप में भी जाना जाता है, जो जैन धर्म के पहले तीर्थकर को समर्पित हैं।
यह स्थानीय लोगो के अनुसार इच्छाओं को पूरा करने और जीवन में समृद्धि लाने के लिए जाना जाता है। मुख्य मंदिर में पहली मंजिल पर गुरु आदिनाथ जी की 22 फीट ऊंची विशाल मूर्ति है, जिसमें ऊपर की पहाड़ियों पर अन्य तीर्थंकर के 24 लघु मंदिर हैं।
अजमेर के अजय नगर में पांच बीगा या दो एकड़ से अधिक के क्षेत्र में फैले हुए प्रसिद्ध साईं बाबा मंदिर का निर्माण 1999 में गरीब नवाज शहर के निवासी सुरेश लाल के द्वारा किया गया था।
अजमेर शहर के पश्चिम में स्थित मानव निर्मित फॉय सागर झील अजमेर के लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में एक है। फॉय सागर झील का निर्माण 1892 में अंग्रेजी वास्तुकार मिस्टर फोय द्वारा सूखे के दौरान अजमेर में पानी की कमी को दूर करने के उद्देश्य के लिए किया गया था।