गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के 1974 संस्करण में लता मंगेशकर को सबसे अधिक रिकॉर्ड दर्ज कराने वाली कलाकार के रूप में सूचीबद्ध किया गया था। लेकिन इस दावे का मोहम्मद रफ़ी ने विरोध किया। किताब में लता का नाम तो बताया गया लेकिन रफ़ी के दावे का भी ज़िक्र किया गया।
एक मशहूर किरदार लतिका के नाम पर उन्होंने अपना नाम बदल लिया।
हेमा के रूप में जन्मी, बाद में उनका नाम लता रखा गया, जो उनके पिता के नाटक भावबंधन में एक चरित्र के नाम से प्रेरित था।
लता मंगेशकर ने कभी अपने गाने नहीं सुने।बॉलीवुड हंगामा से बात करते हुए लता मंगेशकर ने एक बार कहा था कि वह कभी भी अपने गाने नहीं सुनती हैं क्योंकि उन्हें अपनी गायकी में कई खामियां नजर आती हैं।
उनके देशभक्ति गीत ने प्रधानमंत्री नेहरू की आंखों में आंसू ला दिए।लता मंगेशकर ने 'ऐ मेरे वतन के लोगों' को 1962 के युद्ध में जान गंवाने वाले सैनिकों को समर्पित किया। 27 जनवरी 1963 को नई दिल्ली के रामलीला मैदान में उनके देशभक्ति गीत ने प्रधानमंत्री नेहरू की आंखों में आंसू ला दिए।
उन्होंने भारतीय सेना को श्रद्धांजलि देने के लिए अपना आखिरी गाना 'सौगंध मुझे इस मिट्टी की' रिकॉर्ड किया था। मयूरेश पई द्वारा रचित यह गाना 30 मार्च 2019 को रिलीज़ किया गया था।