संजीव पुरी 2024-25 के लिए सीआईआई के अध्यक्ष चुने गए: नेतृत्व परिवर्तन
सीआईआई में नेतृत्व परिवर्तन आईटीसी लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संजीव पुरी को 2024-25 के कार्यकाल के लिए भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) का अध्यक्ष चुना गया है। वे टीवीएस सप्लाई चेन सॉल्यूशंस के अध्यक्ष आर दिनेश की जगह लेंगे। यह महत्वपूर्ण नेतृत्व परिवर्तन सीआईआई के लिए एक नया अध्याय है, जिसमें पुरी आने वाले वर्ष में संगठन का मार्गदर्शन करेंगे।
संजीव पुरी का व्यापक अनुभव पुरी अपनी नई भूमिका में बहुत अनुभव लेकर आए हैं। आईआईटी कानपुर और व्हार्टन स्कूल ऑफ बिजनेस के पूर्व छात्र, उनके पास कॉर्पोरेट नेतृत्व में एक मजबूत पृष्ठभूमि है। वे भारत के कॉर्पोरेट क्षेत्र में विकास और स्थिरता को बढ़ावा देने वाली पहलों में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं। उनके पुरस्कारों में बिजनेस टुडे से ‘बेस्ट सीईओ अवार्ड’ और एशियन सेंटर फॉर कॉर्पोरेट गवर्नेंस एंड सस्टेनेबिलिटी से ‘ट्रांसफॉर्मेशनल लीडर अवार्ड’ शामिल हैं।
राजीव मेमानी और आर मुकुंदन की नई भूमिकाएँ इंडिया के अध्यक्ष और सीईओ राजीव मेमानी को अध्यक्ष-पदनामित नियुक्त किया गया है। परामर्श और वैश्विक बाजारों में मेमानी की विशेषज्ञता उन्हें सीआईआई के उद्देश्यों का समर्थन करने के लिए अच्छी स्थिति में रखती है। इसके अतिरिक्त, टाटा केमिकल्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ आर मुकुंदन उपाध्यक्ष की भूमिका संभालेंगे। रसायन उद्योग में मुकुंदन का अनुभव और उनकी शैक्षिक पृष्ठभूमि नेतृत्व टीम को मजबूत बनाती है।
सीआईआई के बारे में 1895 में स्थापित, भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रभावशाली व्यावसायिक संघों में से एक है। यह विभिन्न उद्योगों का प्रतिनिधित्व करता है, तथा आर्थिक विकास को बढ़ावा देने वाली नीतियों की वकालत करता है। नई दिल्ली में मुख्यालय वाला CII भारत के कारोबारी माहौल को आकार देने के लिए सरकार और हितधारकों के साथ मिलकर काम करता है।
यह समाचार महत्वपूर्ण क्यों है
नेतृत्व प्रभावसीआईआई अध्यक्ष के रूप में संजीव पुरी का चुनाव महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे भारत के सबसे प्रभावशाली व्यावसायिक संगठनों में से एक के सामने एक अनुभवी नेता का आगमन हुआ है। उनके नेतृत्व से सीआईआई के एजेंडे को आगे बढ़ाने की उम्मीद है, जिसमें विकास, स्थिरता और नवाचार पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
कार्यनीतिक दृष्टि पुरी की व्यापक पृष्ठभूमि के साथ, सीआईआई को रणनीतिक पहल देखने को मिल सकती है जो व्यापार-अनुकूल नीतियों की वकालत करने में अपनी भूमिका को बढ़ाएगी। उनकी पिछली सफलताएँ मजबूत आर्थिक योगदान और उद्योग उन्नति की संभावना को दर्शाती हैं।
आर्थिक निहितार्थ सीआईआई भारत के आर्थिक परिदृश्य में नीतियों को आकार देने और अनुकूल कारोबारी माहौल को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। नए नेतृत्व दल की रणनीतिक दृष्टि और विशेषज्ञता से भारत के आर्थिक विकास और औद्योगिक विकास पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
ऐतिहासिक संदर्भ
सीआईआई की विरासत भारतीय उद्योग परिसंघ का इतिहास 1895 से शुरू होता है। यह उद्योग के हितों का प्रतिनिधित्व करने और आर्थिक विकास और स्थिरता को बढ़ावा देने वाली नीतियों की वकालत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। पिछले कुछ वर्षों में, CII ने भारत की आर्थिक नीतियों और कारोबारी माहौल को आकार देने के लिए सरकार सहित विभिन्न हितधारकों के साथ मिलकर काम किया है।
पिछला नेतृत्व सीआईआई के नेतृत्व में कई प्रभावशाली हस्तियां शामिल हैं जिन्होंने भारत के औद्योगिक और आर्थिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। संजीव पुरी, राजीव मेमानी और आर मुकुंदन जैसे नए नेताओं के आने से अनुभवी पेशेवरों को शीर्ष पर लाने की परंपरा जारी है।
संजीव पुरी के सीआईआई अध्यक्ष चुने जाने से जुड़ी मुख्य बातें
सीरीयल नम्बर। | कुंजी ले जाएं |
1 | आईटीसी लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संजीव पुरी को 2024-25 के लिए सीआईआई अध्यक्ष चुना गया। |
2 | राजीव मेमानी को अध्यक्ष-पदनाम नियुक्त किया गया, जो परामर्श और वैश्विक बाजारों में अपनी विशेषज्ञता लाएंगे। |
3 | आर. मुकुंदन ने रसायन उद्योग में अपने अनुभव का लाभ उठाते हुए उपाध्यक्ष का पद संभाला है। |
4 | 1895 में स्थापित सीआईआई, उद्योग विकास और अनुकूल आर्थिक नीतियों को बढ़ावा देने की अपनी विरासत को जारी रखे हुए है। |
5 | पुरी के नेतृत्व से सीआईआई के भीतर विकास, स्थिरता और नवाचार के लिए रणनीतिक पहल को आगे बढ़ाने की उम्मीद है। |
इस समाचार से छात्रों के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न
1. संजीव पुरी कौन हैं?
संजीव पुरी आईटीसी लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं। उन्हें 2024-25 के कार्यकाल के लिए भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) का अध्यक्ष चुना गया है।
2. भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) क्या है?
सीआईआई भारत का एक अग्रणी व्यापारिक संगठन है, जिसकी स्थापना 1895 में हुई थी, जो उद्योग, सरकार और नागरिक समाज के साथ साझेदारी करके भारत के विकास के लिए अनुकूल वातावरण बनाने और बनाए रखने के लिए काम करता है।
3. संजीव पुरी की योग्यता क्या है?
संजीव पुरी आईआईटी कानपुर और व्हार्टन स्कूल ऑफ बिजनेस के पूर्व छात्र हैं। उन्हें कई पुरस्कार मिल चुके हैं, जिनमें बिजनेस टुडे से ‘बेस्ट सीईओ अवार्ड’ और एशियन सेंटर फॉर कॉरपोरेट गवर्नेंस एंड सस्टेनेबिलिटी से ‘ट्रांसफॉर्मेशनल लीडर अवार्ड’ शामिल हैं।
4. 2024-25 के लिए सीआईआई में अन्य नए नेता कौन हैं?
ईवाई इंडिया के अध्यक्ष और सीईओ राजीव मेमानी को अध्यक्ष-पदनामित नियुक्त किया गया है, और टाटा केमिकल्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ आर मुकुंदन को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
5. सीआईआई के नए नेतृत्व का चुनाव क्यों महत्वपूर्ण है?
नए नेतृत्व से सीआईआई के एजेंडे को आगे बढ़ाने की उम्मीद है, जो आर्थिक विकास, स्थिरता और नवाचार पर ध्यान केंद्रित करेगा, नीति वकालत और उद्योग अभ्यास को प्रभावित करेगा।